Wednesday, February 4, 2009

एक फोटो



ऐसी बात नहीं है कि आज के युवा राजनीति पसंद नहीं करते बस ,,, अरे हम तो तैयार बैठे हैं ,,,, पोस्टर छापूंगा तो यही फोटो लगाउंगा



राजेश कुमार

2 comments:

BALAM PARDESIYA said...

फोटो के पीछे उभर रहा महत्मा गाँधी सेतु उस विश्वास का सेतु बना रहा है की यह विश्वास पटना और हाजीपुर को जोड़ कर ही सीमित नहीं रह जाएगी बल्कि गाँव के हर पगडंडी को संसद से जोड़ कर ही दम लेगी चाहे गंगा के लहर रूपी धर्मनिरपेक्ष और गरीब विरोधी धाराएं लाख जोर मार ले ...सिंहासन खाली करो की जनता आती है !!!

अखिलेश चंद्र said...

Aaj ke yuva raajneeti to pasand karate hain. Ismen koi do raai nahin.Lekin kyon pasand karate hain?? Sochane waali baat ye hai.Tum khud raajneeti men jaana chahte ho. Jawaab khud se puchho aur mujhe bhi bataa0.

भोगवाद के बाजार में गरीबी का कारोबार- प्रेम सिंह

पूंजीवादी उपभोक्तावाद/उपभोगवाद पद में अर्थ-संकोच है। आधुनिक पूंजीवादी सभ्यता के मूल में निहित जीवन-दृष्टि की सही अभिव्यक्ति पूंजीवादी भोगवा...