Monday, April 3, 2017

सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) दिल्ली प्रदेश सम्मेलन रिपोर्ट

''दिल्ली के बुनियादी मुद्दों पर संघर्ष केवल सोशलिस्ट पार्टी इंडिया कर रही है। ये अकेली पार्टी है जिसने देश की राजधानी में कॉर्पोरेट राजनीति की आड़ में चल रहे लूटतंत्र की मुखालफत लगातार की है। साथ ही सोशलिस्ट पार्टी इंडिया ने पूरी सक्रियता से दिल्ली की केजरीवाल सरकार की वादाखिलाफी को भी जनता के सामने रखने का प्रयास किया है।- प्रेम सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष, सोशलिस्ट पार्टी(इंडिया)''

2 अप्रैल रविवार को 12 चेम्सफोर्ड रोड नई दिल्ली में सोशलिस्ट पार्टी इंडिया का एक दिवसीय राज्य सम्मेलmन आयोजित हुआ। सम्मेलन में शामिल पार्टी नेताओं ने दिल्ली की केजरीवाल सरकार और केंद्र की मोदी सरकार की नीतियों को जनता के सामने बेनक़ाब करने की रणनीति बनाई। एक दिवसीय राज्य सम्मेलन दो सत्र में आयोजित हुआ। पहले सत्र का उद्घाटन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ प्रेम सिंह ने किया। इस सत्र में सोशलिस्ट पार्टी इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ प्रेम सिंह, पार्टी के राष्ट्रीय सचिव, फैजल भाई, पार्टी की वरिष्ठ नेता रेणु गंभीर, और .......मौजूद रहे। राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ प्रेम सिंह ने कहा कि मौजूदा दौर में देश में सबसे मजबूत राजनीतिक विकल्प सोशलिस्ट पार्टी इंडिया ही हो सकती है। क्योंकि मुख्यधारा की बाकी पार्टियां कहीं ना कहीं नव उदारववाद और सांप्रदायिकता के एजेंडे को ही आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। पार्टी नेता और खुदाई खिदमतगार के फैजल  भाई ने कहा कि मौजूदा दौर धर्मनिरपेक्ष लोगों के लिए चुनौती भरा है, और ऐसे माहौल में हमें मिलजुलकर देश की एकता बचाए रखने के लिए संघर्ष करना है।  

दूसरे सत्र में पार्टी का प्रस्ताव पढ़ा गया। युवा नेता योगेश पासवानन ने प्रस्ताव पेश किया । दूसरे सत्र में प्रस्ताव पर पार्टी के तमाम नेताओं ने अपनी राय रखी। इस सत्र में जेडीयू के महासचिव अरुण श्रीवास्तव, सोशलिस्ट पार्टी लोहिया के महासचिव संदीप मरोडिया, सोशलिस्ट जनता पार्टी की अध्यक्ष मंजू मोहन, डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट पार्टी के अध्यक्ष प्रबोध सिन्हा, कामरेड नरेन्द्र सिंह, ट्रेड यूनियन नेता, आज़ाद, ट्रेड यूनियन नेता, डॉक्टर एके अरुण, संपादक युवा संवाद ने अपनी बात रखी।        

सोशलिस्ट पार्टी के राज्य सम्मेलन में दिल्ली प्रदेश की नई कार्यकारिणी भी घोषित की गई। इसमें डी एन कालिया को दिल्ली का प्रदेश अध्यक्ष और सैयद तहसीन अहमद को कार्यकारी अध्यक्ष चुना गया। इसके अलावा महेंद्र यादव, शऊर खान, तृप्ति नेगी को उपाध्यक्ष चुना गया। योगेश पासवान, अर्चना रानी और शिवा त्रिपाठी दिल्ली प्रदेश के पार्टी महासचिव चुने गए। जबकि रिज़वान अहमद और सहबाज मल्लिक सचिव और शिवदत्त को कोषाध्यक्ष चुना गया। 

सम्मेलन का समापन पार्टी के वरिष्ठ नेता जस्टिस राजेन्द्र सच्चर ने किया। उन्होंने दिल्ली प्रदेश की नई  टीम को बधाई देते हुए कहा कि उन्हें खास तौर पर दिल्ली की गरीब जनता के लिए काम करना है। झुग्गी झोंपड़ियों, पुनर्वास कोलोनियों और गाँवों में रहने वाले नागरिकों की शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी, बिजली की समस्याओं का स्थायी और मुकम्मल हल होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को उन व्यापारियों का नाम घोषित करना चाहिए। जिन्होंने सरकारी बेंकों का 6 लाख करोड़ रुपया दबाया हुआ है। सुप्रीम कोर्ट ने भी सररकार को यह कहा है. उन्होंने आगाह किया कि मौजूदा सरकार कम्पनी ऐक्ट के जरिये लोगों के लोकतंत्र को कार्पोरेट लोकतंत्र में तब्दील करना चाहती है. सोशलिस्ट पार्टी को खासकर इन दो मुद्दों के बारे में जनजागरण का काम करना चाहिए और संसद में विपक्षी पार्टियों के नेताओं को लिखना चाहिए. 

सोशलिस्ट पार्टी इंडिया दिल्ली प्रदेश के राज्य सम्मेलन में पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं के अलावा दिल्ली के कई सामाजिक संगठन, मानवाधिकार कार्यकर्ता, पत्रकार, शिक्षक और सहमना साथी मौजूद रहे।    

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