
Monday, February 25, 2008
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1857 का विद्रोह, ‘झंडा सलामी गीत’ और राष्ट्रीयता का विचार- प्रेम सिंह
(ये लेख डॉ प्रेम सिंह ने प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की 167वीं वर्षगांठ पर जारी किया था, सबको पढ़ना चाहिए। पता चलेगा कि राष्ट्रीयता की भावना को...
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कमजोर होती धर्मनिरपेक्ष राजनीति (राजनीति की जिस धारा का दंभ मुलायम सिंह दिन रात भरते हैं । उसी धारा का लहू हमारी भी राजनीतिक रगों में दौड़ता...
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(आम आदमी ने वैकल्पिक राजनीतिक धारा को जितना नुकसान पहुंचाया है, उसकी भरपाई जल्दी शायद ही हो पाएगी। लेकिन कठघरे में में वो लोग खड़े हो ...
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(ये लेख डॉ प्रेम सिंह ने प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की 167वीं वर्षगांठ पर जारी किया था, सबको पढ़ना चाहिए। पता चलेगा कि राष्ट्रीयता की भावना को...